BSEB Bihar Board Certificate Download Online: बिहार बोर्ड में 39 साल के सभी सर्टिफिकेट ऑनलाइन हो गए हैं। मैट्रिक या इंटर उत्तीर्ण छात्र अपना अंक पत्र और मूल प्रमाण पत्र की सॉफ्ट कॉपी के लिए ईमेल से आवेदन कर सकते हैं। प्रमाणपत्र उनके ईमेल पर ही भेजे जाएंगे।
2010 के पहले मैट्रिक और इंटर के प्रमाण पत्र डिजिटल नहीं
बोर्ड ने मैट्रिक व इंटर के 1983 से अब तक के सभी प्रमाण पत्र को डिजिटल कर दिया है। बोर्ड द्वारा पहले मैनु़अल प्रमाण पत्र दिया जाता था। अगर किसी छात्र को अपना द्वितीय मूल प्रमाण पत्र चाहिए होता तो उन्हें ऑफलाइन आवेदन करना होता था। इसके बाद उन्हें प्रमाण पत्र मिलता था। क्योंकि 2010 के पहले मैट्रिक और इंटर के प्रमाण पत्र डिजिटल नहीं थे।
पहले मैनुअल प्रमाण पत्र मिलता था
दरअसल, बिहार बोर्ड द्वारा पहले मैनुअल प्रमाण पत्र मिलता था. 2010 के पहले मैट्रिक और इंटर के प्रमाण पत्र डिजिटल नहीं थे. ऐसे में अब बिहार बोर्ड ने 1983 से लेकर अब तक के सभी प्रमाण पत्र को डिजिटल कर दिया है।
पहले जरूरत पड़ने पर छात्र आवेदन देते थे और उसके बाद मूल प्रमाण पत्र या अंक पत्र ले पाते थे. इसमें काफी वक्त भी लगता था और आने-जाने का झंझट भी होता था. अब इस सुविधा से लाखों छात्रों को फायदा मिल सकेगा.
1983 के पहले वाले भी होंगे अपलोड
बताया जाता है कि अभी 1983 के पहले वाले सभी प्रमाण पत्रों को डिजिटल नहीं किया जा सका है. हालांकि उसे भी अपलोड करने का काम चल रहा है. प्रमाण पत्र के डिजिटल हो जाने से बिहार के बाहर रहने वाले छात्रों को आसानी से इसका फायदा मिलेगा.
क्योंकि बिहार में रहने वाले छात्र आसानी से पटना आकर ले लेते थे लेकिन बाहर रहने वाले छात्रों को समस्या होती थी. इससे अब काफी सहूलियत मिलने वाली है
कहीं भी कर सकते हैं आवेदन :
छात्र ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन भी आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए अब छात्रों को पटना आने की आवश्यकता नहीं होगी। छात्र देश भर के किसी भी कोने से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वहीं, ऑफलाइन आवेदन नौ प्रमंडल में क्षेत्रीय कार्यालय के अलावा दिल्ली क्षेत्रीय कार्यालय से किया जा सकता है।
बोर्ड की मानें तो छात्र द्वारा सही जानकारी के साथ आवेदन करने पर कुछ ही घंटों में प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया जाता है। तब से अब तक के मैट्रिक और इंटर प्रमाण पत्र को बोर्ड ने किया डिजिटल
उम्र छुपा कर मैट्रिक परीक्षा देने वाले आ रहे पकड़ में
बोर्ड सूत्रों की मानें तो प्रमाण पत्र को डिजिटल करने में कई ऐसे छात्र पकड़ में आ रहे हैं, जिन्होंने उम्र छुपा कर दो-दो बार मैट्रिक परीक्षा दी है। ऐसे छात्रों की सूची भी बोर्ड द्वारा तैयार की जा रही है। ज्ञात हो कि बिहार बोर्ड द्वारा 2018 से डिजिटलाइजेशन का काम शुरू किया गया है। जल्द ही शेष बचे 1960 से 1982 तक के सभी प्रमाण पत्रों को डिजिटल किया जायेगा।
Bihar Board Previous Certificate Download Online 2022 Important links
