D.L. Ed : निजी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के साथ ही सरकारी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के शिक्षक भी डीएलएड की कॉपी की जांच करेंगे। बोर्ड की ओर से तीन महीने बाद गुरुवार से डीएलएड के दो सत्र के अभ्यर्थियों की कॉपी जांच शुरू कर दी गई। पटना में सभी जिलों की कॉपियों के मूल्यांकन का केन्द्र बनाया गया है।
अभ्यर्थी अपने रिजल्ट की मांग लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे
डीएलएड के दो सत्र 19-21 के अंतिम वर्ष के अभ्यर्थी और 20-22 के पहले वर्ष के अभ्यर्थी अपने रिजल्ट की मांग लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे थे। जिले में साढ़े चार हजार और सूबे में 66 हजार दोनों सत्र में अभ्यर्थी हैं। अपर मुख्य सचिव ने बिहार बोर्ड को कॉपी जांच शुरू कराने के लिए पत्र लिखा था। बोर्ड ने गुरुवार से कॉपी जांच शुरू की है।
लंबित है रिजल्ट
• निजी व सरकारी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के शिक्षक जांचेंगे
• पटना में बनाया गया सभी जिलों की कॉपियों के मूल्यांकन का केन्द्र
परीक्षकों को कॉपी जांच को लेकर निर्देश दिया
इसके लिए मुजफ्फरपुर समेत विभिन्न जिले के शिक्षकों को परीक्षक के तौर पर लगाया गया है। बोर्ड ने प्रधान परीक्षकों के साथ ही सह परीक्षकों को कॉपी जांच को लेकर निर्देश दिया है। एक दिन में अधिकतम 60 कॉपियों की जांच करने का निर्देश परीक्षक को दिया गया है।
40 पूर्णांक वाली कॉपियां एक दिन में 60 जांची जाएंगी।
बोर्ड ने प्रधान परीक्षकों को निर्देश दिया है कि ओएमआर आधारित एसएमएफ पर अंकित अंकों का मिलान करने के बाद ही हस्ताक्षर करेंगे। 70 पूर्णांक वाली अधिकतम 50 कॉपी की जांच परीक्षक एक दिन में करेंगे। 40 पूर्णांक वाली कॉपियां एक दिन में 60 जांची जाएंगी।
