Raksha bandhan 2022 : रक्षाबंधन का त्योहार शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें शाम तक अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकेंगी। पंडित, पुरोहित व आचार्यों ने विभिन्न पंचांगों का मंथन करने के बाद यह निर्णय लिया है।
शुक्रवार शाम तक रक्षाबंधन मनाया जा सकता
पंडित प्रभात मिश्र ने बताया कि 11 अगस्त की सुबह 09:35 से रात 08:26 तक भाद्रा है। उसके बाद पूर्णिमा शुरू होगी जो सुबह तक रहेगा। पंडित जयकिशोर मिश्रा ने बताया कि पंचांगों के अनुसार, शुक्रवार शाम तक रक्षाबंधन मनाया जा सकता है।
शाम तक बहनें अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं
इधर, आचार्य अभिनय पाठक ने बताया कि इस बार 12 अगस्त शुक्रवार सुबह तक पूर्णिमा है। सूर्योदय कालिक पूर्णिमा के मद्देनजर शाम तक बहनें अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं।
इसी काल में ज्यादातर लोग रक्षाबंधन मनाएंगे
वहीं, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के ज्योतिष शास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष एवं नालंदा खुला विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. शिवकांत झा ने बताया कि पूर्णिमा शुक्रवार सुबह तक है। इस कारण इसी काल में ज्यादातर लोग रक्षाबंधन मनाएंगे।
शुभ मुहूर्त
तीन पंचांग के अनुसार जिसमें श्रीहनुमान पंचांग, हृषिकेष पंचांग, महावीर पंचांग और अन्नपूर्णा पंचांग शामिल हैं। 11 अगस्त को सूर्योदय प्रात: 5 बजकर 30 मिनट में हो रहा है। इस दिन पूर्णिमा का मान दिन में 9 बजकर 35 मिनट पर है।
लेकिन उसी समय यानि 9.35 दिन में पूर्णिमा के साथ भद्रा का भी प्रारंभ हो रहा है. भद्रा का साया रात्रि 8.25 तक है। 12 अगस्त को प्रात: सूर्योदय 5 बजकर 31 मिनट पर होगा और पूर्णिमा का मान प्रात: 7 बजकर 17 मिनट तक है।
रक्षा बंधन के दिन बन रहे हैं ये खास योग | Raksha Bandhan 2022 Shubh Yog
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार रक्षा बंधन के दिन 2 शुभ योग बन रहे हैं। दरअसल इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य योग (Ayushman and Saubhagya Yog) chl निर्माण हो रहा है।
आयुष्मान योग (Ayushman Yog ) दोपहर 3 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। इसके बाद सौभाग्य योग शुरू हो जाएगा। सौभाग्य योग (Saughagya Yog) किसी भी शुभ कार्य के लिए मंगलकारी माना गया है. जबकि आयुष्मान योग में किए गए कार्य लंबे समय के लिए फलदायी होते हैं।
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